तिरंगा
तब स्वतन्त्र भारत का गूँजा , घर घर में यह नारा //
है हिन्दुस्तान हमारा /
है हिन्दुस्तन हमारा //
क्रान्ति की आँधी आई , जन जन ने ली अँगड़ाई /
आजाद हिन्द को करने , नेता ने फौज बनाई //
वन्देमातरम स्वर सुन जागा , सारा हिन्द हमारा /
तब स्वतन्त्र भारत का गूँजा ,घर घर में यह नारा //
यह हिन्दुस्तान हमारा २ //१//
जिनने ध्वज फहराया , फाँसी पर उन्हें झुलाया /
अगणित बलिदान चढ़ाया,तब भारत ध्वज लहराया //
रखना उनको याद हिन्द पर ,जिनने जीवन वारा /
जिनके कारण भारत के , घर घर में गूँजा नारा //
है हिन्दुस्तान हमारा २//२//
यह जोशीला अंगारा , है नाम तिरंगा प्यारा /
वीरों ने इसे सवाँरा ,सन्तों ने दिया सहारा //
अर्पित श्रद्धा सुमन उन्हें, जो देश के बने सितारा /
जिनके कारण भारत के, घर घर में गूँजा नारा //
है हिन्दुस्तान हमारा २//३//
मजहब में उलझ मतलड़ना,सब इसे सम्हाले रहना /
भारत अखंड हो अपना ,जन मानस का है सपना //
राष्ट्रधर्म है सबसे ऊपर , रक्षा कर्म हमारा /
जिनके कारण भारत के , घर घर में गूँजा नारा //
है हिन्दुस्तान हमारा२//४ //
जो काम देश के आता , उसको ध्वज गले लगाता /
मधुकर सम्मान दिलाकर,जगती में अमर कराता //
तन उनने इस पर वारा , जिनको था देश पियारा /
जिनके कारण भारत के , घर घर में गूँजा नारा //
है हिन्दुस्तान हमारा २//५//
डॉ. उदयभानु तिवारी मधुकर
डॉ. उदयभानु तिवारी मधुकर
मो० ९४२४३२३२९७
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