मैना
मनहर मैना उड़ गई श्याम,अपना तरुवर छोड़ गगन में /
अब तो यादें रह गईं श्याम , उसके शब्द गूँजते मन में //
तिथि उनतिसजनवरी थी पचपन, की जब वह तन पाई /
दो हजार पन्द्रह सन की जब , बीस फरवरी आई //
सबसे नाता तज गई श्याम,तोड़े बन्धन जगके क्षण में /
मनहर मैना ------------------------------------------------//
इस माया नगरी में आकर , सबसे नेह बढ़ाया /
मोहक मृदुवाणी से सबको , अपनी ओर रिझाया //
सरिता झरे नैन से श्याम,जबसे छिप गई वह जा घन में /
मनहर मैना ------------------------------------------------//
नीरस हो गई बगिया , पतझड़ सी लागे अमराई /
पंछी कलरव करें नहीं , नीरवता चहुँ दिशि छाई //
मन को हर के ले गई श्याम,मधुकर हेरें खड़े विजन में /
मनहर मैना ------------------------------------------------//
रैन बसेरा कर वह उड़ गई , पड़े न कहीं दिखाई /
मिलना सुखद सुनहरा , विछुड़न, हुआ बड़ा दुखदाई //
उसकी आश टूट गई श्याम,आ गये अब हम तेरी शरण में /
मनहर मैना ---------------------------------------------- //
उदयभानु तिवारी ''मधुकर ''
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