हम श्यामजी के श्याम जी हमारे हैं /
सब भक्तों के रखवारे हैं //
माँ यशुदा ,नन्द दुलारे हैं /
सारे जग के उजियारे हैं //
यह जीवन उन
पर बारे हैं /
हम श्यामजी के श्याम जी हमारे हैं /
मनमोहक मुरलीवारे हैं /
पर्वत अँगुली पर धारे हैं //
वे सोला कलाओं वारे हैं /
हम श्यामजी के श्याम जी हमारे हैं //
वे काली कमली वारे हैं /
गौओं के चराने वारे हैं //
माखन के चुराने वारे हैं /
हम श्यामजी के श्याम जी हमारे हैं //
सखियों के प्राण पियारे हैं /
त्रिभुवन के पालन हारे हैं //
निर्बल के वही सहारे हैं /
हम श्यामजी के श्याम जी हमारे हैं //
वे सखा सुदामा प्यारे हैं /
राधा के प्राण अधारे हैं //
ब्रज रासरंग रस वारे हैं /
हम श्यामजी के श्याम जी हमारे हैं //
देवों से बिलकुल न्यारे हैं /
मधुकर नैनों के तारे हैं //
वे विमल प्रेम रस वारे हैं /
हम श्यामजी के श्याम जी हमारे हैं //
उदयभनु तिवारी ''मधुकर''
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