भजन
आये न श्याम मोरी लेने खबरिया /
उलझन में बीत गई सारी उमरिया /
आये न श्याम मोरी लेने खबरिया //
दूर नहीं रहे , रहे हिय में समाये /
उनकी ही माया में रहे भरमाये //
छलकाते रहे नैन प्रेम की गगरिया /
आये न श्याम मोरी लेने खबरिया //
संग रहे पडी नहीं झलक दिखाई /
मुरली की धुन रागिनि बन के समाई //
झरनलगी स्वर बनके भावकी बदरिया /
आये न श्याम मोरी लेने खबरिया //
माया ये विघ्न करे ध्यान जब लगाऊँ /
नेत्रदृष्टि बनो श्याम तभी दरश पाऊँ //
मधुकर पर कृपादृष्टि करदो साँवरिया /
आये न श्याम मोरी लेने खबरिया //
उदयभानु तिवारी ''मधुकर''
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