ब्रज की होली
बाजे ब्रज में मृदंग होली आई ले के रंग
गोप नाचे पीके भंग छाया गोकुल आनंद है
ऐसी आई रे उमंग झूमे भंग फाग संग
रास रंग में है डूबा ब्रज गोपियों का वृन्द है
कीच बीच में किलोल करे गोपियों का गोल
भींजी चोलियाँ हैं सारी छेड़ा रंग ने जो द्वंद्व है
झूमें नाचें गीत गाय चलीं तालियाँ बजाय
गोरी ब्रज की रँगी रँगीफिरें गली स्वछन्द है //१//
झरत अबीर लाल शोभित सभी के भाल
फाग में रँगे सभी के वस्त्र लाल लाल हैं
बृद्ध औ जवान बाल होरी खेलें नन्दलाल
ब्रज बीथियों में फैलो रंग औ गुलाल है
अम्बर है लाल टेसुओं की डार लाल लाल
बासंती बहार में चमन भरा गुलाल है
सेमर के पुष्प लाल गेंदियाँ करें कमाल
गोरियों के गालों बीच मचला गुलाल है //२//
फूले धरा के सुमन सारे मचले चमन
फाग रंग फैल पात-फूल में समा रहा
झूमी तरुओं की डार तीरे लताएँ निहार
देखो मदन बसंत बीच दुन्दुभी बजारहा
पवन पराग चूम बहक चली है झूम
भृंग फाग रंग में अनंग राग गा रहा
लाज शर्म छोड़ गोप गोपियाँ अनेक जोड़
कान्हा राधिका से रंग रेलियाँ मना रहा //३//
गोप नाचे पीके भंग छाया गोकुल आनंद है
ऐसी आई रे उमंग झूमे भंग फाग संग
रास रंग में है डूबा ब्रज गोपियों का वृन्द है
कीच बीच में किलोल करे गोपियों का गोल
भींजी चोलियाँ हैं सारी छेड़ा रंग ने जो द्वंद्व है
झूमें नाचें गीत गाय चलीं तालियाँ बजाय
गोरी ब्रज की रँगी रँगीफिरें गली स्वछन्द है //१//
झरत अबीर लाल शोभित सभी के भाल
फाग में रँगे सभी के वस्त्र लाल लाल हैं
बृद्ध औ जवान बाल होरी खेलें नन्दलाल
ब्रज बीथियों में फैलो रंग औ गुलाल है
अम्बर है लाल टेसुओं की डार लाल लाल
बासंती बहार में चमन भरा गुलाल है
सेमर के पुष्प लाल गेंदियाँ करें कमाल
गोरियों के गालों बीच मचला गुलाल है //२//
फूले धरा के सुमन सारे मचले चमन
फाग रंग फैल पात-फूल में समा रहा
झूमी तरुओं की डार तीरे लताएँ निहार
देखो मदन बसंत बीच दुन्दुभी बजारहा
पवन पराग चूम बहक चली है झूम
भृंग फाग रंग में अनंग राग गा रहा
लाज शर्म छोड़ गोप गोपियाँ अनेक जोड़
कान्हा राधिका से रंग रेलियाँ मना रहा //३//
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