नमो नमो माँ लक्ष्मी तुम सब की आधार /
सूना जीवन तुम बिना, पूछे नहिं संसार //
विमुख मातु जिससे हुईं , कर देतीं कंगाल /
रुकजाये व्यापार वह , हो जाये बेहाल //
अनुकम्पा से आपकी, बदले भाग्य स्वरुप /
गृह मे आय विराजिये , मंगल मूरति रूप //
पद्ममयी पद्मानने , पदमनि है तव नाम /
पद्मवाहिनी पद्मप्रिय , पद्मनयन अभिराम //
हिरण्यवर्णा पिंगला , धवलवस्त्र सुखधाम /
माँ मेरे गृह कुञ्ज में , आन करें विश्राम //
सूर्याभा सी तेजमय , चन्द्रप्रभा सी मात /
गंधमाल गल शोभती , कर सरोज मृदुगात //
हे देवी हरिवल्लभा , स्वर्णकान्ति विमलाम /
हिरण्यमयी माँ भगवती, धन सम्पति की धाम //
क्षमा स्वरुपा विष्णु प्रिया ,सबकी प्रिय कुन्दाभ /
उत्तम यश एश्वर्यमय ,कर प्रदान धन लाभ //
धनं धान्य सुख़ संपदा ,सब समृद्धि से युक्त /
अन्नपूर्णा दीजिये , जो समझें उपयुक्त //
करुणह्रदय हिय हारिणी, पुष्करिणी श्री नाम /
आकर ह्रदय विराजिये , सधजायें सब काम //
अग्नि वायु अरु सूर्यधन, विमल बुद्धि मति जन्य /
वरुण इन्द्र धन दीजिये , हो जाऊँ मैं धन्य //
हे दरिद्र दुख नाशिनी , कीजै मोहिं सनाथ /
तुम बिन राजा रंक सब, जग में फिरहिं अनाथ //
शिव अरु यक्ष कुबेर के नित रहतीं तुम साथ /
आवाहन कर आपका, मातु नवाऊँ माथ //
कर पूजन वर मागहुं, मातु कृपा कर देहु /
मम हियगृह में वास कर,सुत सम देहु सनेहु //
हे माँ इतनी दीजिये, अक्षय धन सम्पत्ति /
सुखमय हो परिवार सब, कटती रहे विपत्ति //
धन न घटे भण्डार में , करूँ साधु सत्कार /
मागे "मधुकर" दीजिये ,तुम हो मातु उदार //
मेरे हिय गृह मंगला ,रहिये हरि के सँग /
मन रमजाये ब्रह्म में ,तज आसक्ति कुसंग //
डॉ उदय भानु तिवारी "मधुकर"
JAI MAA LAXMI
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