जपो ॐ नमो कृष्ण मोहन मुरारी /
शंख,चक्र,गदा,पद्म मोर पंख धारी //
प्रेम सिन्धु,दीनबन्धु,भक्त चित चकोर इन्दु /
विश्व दीप्ति जिसके सारे जीव हैं प्रकाश बिंदु //
जासु नाम जाप करे सर्व पाप छारी /
जपो ॐ नमो ---------------------------- //१//
माधव गोविन्द हरे ,मनहर घनश्याम हरे /
जपो हरि:ॐ नम: नमो वासुदेव हरे //
त्रिभुवनपति ब्रह्म वही सर्वावतारी //
जपो ॐ नमो ----------------------------//२//
जय जय हे जगत पिता,अर्जुन के स्वामि सखा /
निज प्रण को तोड़ महा भक्त भीष्म मान रखा //
"मधुकर" भगवान भक्ति भाव के पुजारी /
जपो ॐ नमो ---------------------------------- //३//
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