चौसठ योगिनी नाम स्तुति
भेडाघाट में चौसठ योगिनियाँ
हरनाम सुनाऊँ तुम्हें लिख के
शिव मंदिर प्रांगण में उनकी
दिव्याकृतियों से छवि छलके
नंदी पै सवार हैं पार्वती
शिव शंकर जी सँग में उनके
चहुँओर विराजीं हैं योगिनियाँ
अब नाम कहूँ सुनिये सबके //१//
काली कपोतिका सिंहमुखी
वृहत्तुण्डा वाराही जगद्जननी
ललजिह्वा उलूकिका विकटानना
शरभानना काटत दैत्य अनी
श्वेनी मयूरी मार्जारी सुकी
कटपूतना चण्डी मनों दामिनी
क्रौंची कामाक्षी मृगाक्षी रक्ताक्षी
मृगलोचना यक्षिणी भयावनी //२//
रूक्षाक्षी केकराक्षी कुब्जा कोटराक्षी
वृहदकुक्षी माया महामोहिनी
ग्रधास्या सर्पास्या व्यत्तास्या प्रचण्डा
व्योमैक चरणोर्ध्वदृशी योगिनी
प्रेतवाहिनी तापिनी विद्युतप्रभा
दन्तसूककरा मानो सौदामिनी
अष्टवक्रा विकटलोचना पापहन्त्री
स्वदंष्ट्रा माँ काली महामोहिनी //३ //
गर्भभक्षा शवहस्त औ कपाल हस्ता
धूमा नि:श्वासा रुधिरपायनी
गजानना पाशहस्ता शिशुघ्नी
अट्टाट्टहासा हैं भय दायनी
बलाकास्या हयग्रीवा वानरांनना
मृगाशीर्षा हैं सिद्धियाँ प्रदायनी
नमोसुराप्रिया काकतुंडिका
आन्त्रमालिनी दुष्टों की दुखदायनी //४//
पुष्टग्रीवा शिवारावा शुष्कोदरी
चण्डविक्रमा वृषानना कोटरी
दण्डहस्ता वसाधया सहोदरी
शोषणीदृष्टि जय काली महोदरी
तुमही स्थूलकेशी स्थूलनासिका
तेरे रूप अनेकों हैं माँ कालिका
मेरा सत सत नमन हे जगतपालिका
कृपादृष्टि करो सृष्टि की नायिका //५//
दोहा -चौसठ योगिनि का करे,नाम रूप गुणगान /
"मधुकर"उस माँ भक्त के संकट परें न प्राण //
~ डॉ उदय भानु तिवारी "मधुकर "
धन्यवाद। दुर्गा आरती में चौसंठ योगिनी पढ़ती थी तो सोचती थी की कौन से नाम होंगे। अब जानती हूँ। इनको रोज़ कोशिश करके पढूंगी। आपको हृदय से धन्यवाद
ReplyDeleteSwagat hai apka...
DeleteShstron me kahaa bhi gaya hai ki kisi bhi strotr..sholk adi ko poorn rupen jan kar, samjh kar uske path se labh milta hai..!!
Pranam.
"चरणोध्वर्दर्शी" -कृपया इसका उच्चारण मे आधा ध है या घ है?बताएॅ
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